
जधानी दिल्ली के फिल्म डिवीजन में प्रदेश भाजपा द्वारा विशेष स्क्रीनिंग के तहत फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) दिखाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम (Dushyant Kumar Gautam) ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को झूठी फिल्म बोलकर उन सभी कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है जिन्होंने अपना सब कुछ गंवा दिया। अगर केजरीवाल में हिम्मत है तो यह फिल्म दिल्ली में बैन करके दिखाएं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में बिजली फ्री करने की बात केजरीवाल बड़े शान से दोहराते हैं, लेकिन इसकी सच्चाई सभी जान चुके हैं। झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के बिजली बिल हजारों रुपये के आ रहे हैं। अगर पानी-बिजली फ्री करने में कोई आपत्ति नहीं है तो एक ऐसी फिल्म जो देश के इतिहास में हुई सबसे बड़े सामूहिक नरसंहार की सच्चाई बयान कर रही है, उसको टैक्स फ्री करने में कौन सी मजबूरी है?
श्री गौतम (Dushyant Kumar Gautam) ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर मुख्यमंत्री को फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन फिल्म देखने के लिए नहीं आकर केजरीवाल ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। केजरीवाल को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं वह फिल्म देख लेंगे तो एक विशेष वर्ग जिसका समर्थन वह करते आए हैं, वह तबका उनसे नाराज न हो जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी है जो वे इस फिल्म के बारे में बोल नहीं पा रहे हैं क्योंकि इससे पहले वे कई फिल्मों को लेकर अपनी राय रखते हैं रहे और लोगों को फिल्म देखने का सुझाव भी देते रहे हैं।
श्री दुष्यंत गौतम (Dushyant Kumar Gautam) ने कहा कि विधानसभा में अपने बयान में फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड करना, कश्मीरी पंडितों के नाम पर कुछ लोग करोड़ों कमा गए एवं फिल्म को लेकर राजनीति करने जैसी बातें करके केजरीवाल मुख्य मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं लेकिन हकीकत यह है कि वह नहीं चाहते हैं कि 32 साल पहले कश्मीरी पंडितों के साथ हुई बर्बरता की सच्चाई लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि विधानसभा में केजरीवाल ने जिस तरह से ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को झूठी फिल्म करार देते हुए हंस कर उसका मजाक उड़ाया, उसे देश का हिंदू माफ नहीं करेगा।
– जगदम्बा सिंह