
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेता श्री वीरेंद्र जुयाल के नेतृत्व में पूर्वी दिल्ली के पश्चिमी विनोद नगर में स्थित श्री बद्रीनाथ मंदिर प्रांगण में श्रीमदभागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ सप्ताह के तीसरे दिन व्यास पीठ पर विराजमान राष्ट्रीय संत डॉ. दुर्गेशाचार्य ने कहा कि भागवत कथा आज के संक्रमण काल में समाज में प्रेम, सद्भाव एवं समरसता लाती है |
अधर्म- अन्याय के प्रतीक कौरवरूपी बुराई का अंत कर भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म, न्याय एवं सत्य की स्थापना पांडवों को विजय दिलाकर कीl प्रभु ने कुंती से कहा कि कुछ मांगो तो कुन्ती ने कहा कि मुझे जीवन पर्यंत दुख दें, क्योंकि सुख में व्यक्ति प्रभु को भूल जाता है किंतु दुख में प्रभु की याद बराबर आती है, इसीलिए मैंने दुख मांगा है l दुख में रहकर ही आप का दर्शन पा सकती हूँ l प्रभु ने उद्धव से कहा कि भागवत ही मेरा कलयुग का अवतार है, जो इसका दर्शन एवं श्रवण करता है, मैं उसके हृदय में बैठकर उसे परम मोक्ष देता हूँ l
भारत वर्ष में कोरोना महामारी से मारे गये सभी मृतक जनों की आत्मा की मुक्ति हेतु आयोजित हो रही इस भागवत कथा में स्थानीय लोगों की बहुत व्यापक स्तर पर सहभागिता हो रही है |
इस अवसर पर आज की कथा में बद्रीनाथ मंदिर समिति के प्रधान बी.एल ढौढियाल, भीम सिंह भंडारी, विजय प्रकाश जुयाल, मोहन लाल लसियाल, उमेद सिंह नेगी, मोर सिंह रावत, विजय प्रसाद भट्ट, तुंगेश्वर प्रसाद उनियाल, राजू उनियाल, दिनेश उनियाल, दीपा तिवारी, गायत्री जयडा, पर्मेश्वरी पांडेय सहित काफ़ी संख्या में लोग उपस्थित थे|
– dharmwani.com