google.com, pub-8987397094180457, DIRECT, f08c47fec0942fa0 श्रद्धा-भक्ति – Page 4 – DHARMWANI.COM
12 December 2025

श्रद्धा-भक्ति

जटाटवीगलज्जल प्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌। डमड्डमड्डमड्डमनिनादवड्डमर्वयं चकार चंडतांडवं तनोतु नः शिवः शिवम ॥1॥ जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी...
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में यह क्यों कहा, स्वधर्मे निधन श्रेय: परधर्मो भयावह:। जब तक हिंदुओं का...
व्युत्पत्तिलभ्य अर्थ के अनुसार शल्यशास्त्र के ज्ञाता आदि अंत पारंगत विद्वान धन्वन्तरि कहलाते हैं। भागवत पुराण के...