
पाकिस्तान की एक वेबसाइट फ्राइडे टाइम्स की रिपोर्ट में दी गई एक जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार का खात्मा करने का वादा करके पाकिस्तान की सत्ता में आए प्रधानमंत्री इमरान खान अब अपनी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को मिले अरबों रुपये के विदेशी चंदे को छिपाने और उसे हड़पने के आरोपों में बुरी तरह से घिर गए हैं।
इस साप्ताहिक की रिपोर्ट के अनुसार एक जांच समिति के द्वारा जारी रिपोर्ट में जो संकेत मिल रहे हैं उनके आधार पर कहा जा रहा है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) ने संवैधानिक निकाय को अपने वित्त पोषण के बारे में गलत जानकारियां प्रदान की।
रिपोर्ट के आधार पर, स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान की एक बैंक स्टेटमेंट से इस बात का पता चला है कि इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को 1.64 अरब रुपये का फंड मिला था, जिसमें से 31 करोड़ रुपये से अधिक का न तो कोई हिसाब रखा गया और न ही कोई रिपोर्ट ही दी गई।
खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी पीटीआई के खिलाफ चल रहा विदेशी फंडिंग में गबन का मामला 2014 में पार्टी के संस्थापक सदस्य अकबर बाबर द्वारा दायर किया गया था। बाबर ने महत्वपूर्ण वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए बताया कि मूल फाइलिंग में धन के अवैध स्रोत, पाकिस्तान सहीत अन्य देशों की बैंकों में छिपाए गए बैंक खाते, मनी लान्ड्रिंग और मध्य पूर्व से प्राप्त अवैध धन के लिए कुछ निजी बैंक खातों का उपयोग भी शामिल है।
अब अगर हम पाकिस्तान सरकार की विपक्षी पार्टियों की बात करें तो खबरों के अनुसार सबसे पहले तो पाकिस्तान के चुनाव आयोग के विदेशी फंडिंग के गबन के मामले को लेकर सभी विपक्षी दलों ने इमरान खान और उनकी सत्तारूढ़ पार्टी पीटीआई की कड़ी आलोचना की है और तत्काल आगे की जांच की मांग की।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीब की पार्टी पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष और उनकी पुत्री मरियम नवाज ने एक बयान में कहा है कि इमरान खान ने न केवल चोरी की और छिप गए, बल्कि लोगों की जेबें भी लूट लीं हैं।
– धर्मवाणी